वली ए फकीह के प्रतिनिधि (13)
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दक्षिणी खुरासान में वली ए फक़ीह के प्रतिनिधि:
उलेमा और मराजा ए इकरामतौहीद की तरफ रोजूउ करना ही इंसानियत को साम्राज्यवादी प्रभुत्व से मुक्ति दिलाने का एकमात्र रास्ता है
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद अली रज़ा अबादी, जो ख़ुरासान-ए-जनूबी प्रांत में वली-ए-फ़क़ीह के प्रतिनिधि हैं दह-ए-करामत के अवसर पर एक महत्वपूर्ण भाषण में तौहीद को इंसानियत की निजात…
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माज़ंदरान में वली-ए-फकीह के प्रतिनिधि:
ईरानशहीद मुर्तज़ा मोत्तहरी के विचारों को समाज में बढ़ावा देना चाहिए
हौज़ा / माज़ंदरान प्रांत में वली ए फकीह के प्रतिनिधि, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मोहम्मद बाक़िर मोहम्मदी नएनी ने शहीद मुर्तज़ा मोत्तहरी की विचारधारा को समाज में प्रसारित करने पर ज़ोर दिया है।
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पश्चिमी अज़रबाइजान में वली-ए-फ़क़ीह के प्रतिनिधि:
ईरानरमज़ान उल मुबारक के महीने और हज़रत अली (अ) की शहादत को नज़र में रखते हुए इस महीने का सम्मान करें
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सय्यद महदी क़ुरैशी ने ज़ोर देकर कहा कि रमज़ान के पवित्र महीने और हज़रत अली अ.स.की शहादत के सम्मान को बनाए रखना आवश्यक है उन्होंने कहा कि यह समय तक़्वा.और…
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इस्फ़हान में वली ए फकीह के प्रतिनिधि:
उलेमा और मराजा ए इकरामदूसरों का मार्गदर्शन और प्रबंधन करने के लिए सबसे पहले खुद का निर्माण करना आवश्यक है
हौज़ा /आयतुल्लाह तबातबाई नेज़ाद ने हज़रत अली अ.स. की एक रिवायत का हवाला देते हुए कहा,जो व्यक्ति दूसरों का मार्गदर्शन करने वाला और शिक्षक बनना चाहता है उसे सबसे पहले खुद को सुधारना चाहिए और फिर…
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तबरेज़ के वली ए फकीह के प्रतिनिधि:
ईरानबच्चों और युवाओं की पाक़ीज़ा फितरत अख्लाकी व तरबीयती सिद्धांतों को स्वीकार करने के लिए तैयार है
हौज़ा / तबरेज़ में वली ए फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मुत्तहरी ने कहां, बच्चों और युवाओं की पवित्र प्रकृति नैतिक और शिक्षात्मक सिद्धांतों को स्वीकार करने के लिए तैयार है इस्लाम…
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आयतुल्लाह आराफी:
ईरानहौज़ा ए इल्मिया की बुनियाद को मज़बूत करना अध्यापकों के अस्तित्व पर निर्भर हैं
हौज़ा / हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा-ए-इल्मिया के प्रमुख से ईरान के प्रांत काहगिलूयह और बोईराअहमद में वली ए फकीह के प्रतिनिधि से मुलाकात की है।
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उलेमा और मराजा ए इकरामनमाज़ तमाम आमाल से अफज़ल हैः आयतुल्लाह तबातबाई नेज़ाद
हौज़ा / इस्फ़हान के इमामे जुमआ ने कहा कि ईमान के बाद अल्लाह का सबसे महत्वपूर्ण हुक्म नमाज़ है जो इंसान के तमाम आमाल में सबसे ऊंचा मुकाम रखती है।
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इमाम ए जुमआ खुर्रामाबाद:
ईरानइमाम ए जुमआ समाज के आध्यात्मिक पिता होता हैं और समस्याओं में लोगों का सहारा बनता हैं।
हौज़ा / ईरान के लुरिस्तान प्रांत में वली ए फकीह के प्रतिनिधि ने कहा,इमाम जुमआ समाज के आध्यात्मिक पिता होते हैं और मुश्किल समय में उनके लिए सहारा बनते हैं।