वली ए फकीह के प्रतिनिधि
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आयतुल्लाह आराफी:
हौज़ा ए इल्मिया की बुनियाद को मज़बूत करना अध्यापकों के अस्तित्व पर निर्भर हैं
हौज़ा / हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हौज़ा-ए-इल्मिया के प्रमुख से ईरान के प्रांत काहगिलूयह और बोईराअहमद में वली ए फकीह के प्रतिनिधि से मुलाकात की है।
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नमाज़ तमाम आमाल से अफज़ल हैः आयतुल्लाह तबातबाई नेज़ाद
हौज़ा / इस्फ़हान के इमामे जुमआ ने कहा कि ईमान के बाद अल्लाह का सबसे महत्वपूर्ण हुक्म नमाज़ है जो इंसान के तमाम आमाल में सबसे ऊंचा मुकाम रखती है।
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इमाम ए जुमआ खुर्रामाबाद:
इमाम ए जुमआ समाज के आध्यात्मिक पिता होता हैं और समस्याओं में लोगों का सहारा बनता हैं।
हौज़ा / ईरान के लुरिस्तान प्रांत में वली ए फकीह के प्रतिनिधि ने कहा,इमाम जुमआ समाज के आध्यात्मिक पिता होते हैं और मुश्किल समय में उनके लिए सहारा बनते हैं।
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काशान मे वली फकीह के प्रतिनिधि:
आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी ने अपने दिल और आत्मा से विलायत फ़कीह का बचाव किया
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन सैयद सईद हुसैनी ने कहा: आयतुल्लाह मिस्बाह यज़्दी ने न केवल तर्क और परंपरा के साथ, बल्कि अपने दिल और आत्मा से और अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक विलायत-ए-फ़कीह का बचाव किया।
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ज्ञान के शिक्षकों की मुख्य भूमिका समाज में रही है
हौज़ा / पश्चिम अजरबैजान, वील ए फक़ीह के प्रतिनिधि, हुज्जतुल इस्लाम वल-मुस्लेमीन सैयद मेहदी कुरैशी ने धार्मिक मदरसा शिक्षकों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों की समाज में मुख्य भूमिका है, लेकिन अधिक भूमिकाएँ निभाने के लिए एक आवश्यकता है।
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ईरान के इस्लामी गणराज्य के साथ पश्चिमी देशों की वास्तविक समस्या इस्लाम है
हौज़ा / इमाम जुमा बादरूद ने कहा: ईरान की इस्लामी व्यवस्था के साथ-साथ इस्लाम पश्चिमी देशों की मुख्य समस्या है।
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अल्लामा सैयद निसार हुसैन मूसवी अज़ीमाबादी की सौ साला तक़रीब से भारत मे वली ए फकीह के प्रतिनिधि और अन्य विद्वानो का संबोधन
हौज़ा / आयतुल्लाह अल्लामा सैयद निसार हुसैन मूसवी के जीवन पर देश के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध विद्वानों और बुद्धिजीवियों के जीवन और लेख, भाषण और प्रणालियों के साथ-साथ उनकी कई पांडुलिपियां प्रकाशित हुईं। अल्लामा सैयद निसार हुसैन मूसवी की लगभग 67 पुस्तकें हैं जो अभी भी शेष हैं जिन्हें संगोष्ठियों के माध्यम से पुनर्जीवित किया जा रहा है। वे विभिन्न विज्ञानों और कलाओं के साथ-साथ गणित, खगोल विज्ञान में भी पारंगत थे और चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी विशेष भूमिका थी। यही कारण है कि वे अपने जीवन के अंत तक दारुल शिफा हैदराबाद से जुड़े रहे।
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हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन महदवी पुर का अल जवाद फाउनडेशन मशहद शाखा का दौरा
हौज़ा / भारत मे वली ए फकीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन महदवी पुर ने अल जवाद फाउनडेशन मशहद शाखा का मशहद पहुंच कर अल जवाद फाउनडेशन की फरहंगी अर्थात सांस्कृतिक और इल्मी खिदमात की समीक्षा की।