हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पूर्वी अज़रबाइजान में नमाइंदे वली ए फकीह ने कहां, दुश्मन मुसलमानों की एकता को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा हैं, लेकिन लोगों की बसीत और वलीयत के प्रति वफादारी इन साजिशों को रोकने में एक मजबूत किला है।उन्होंने कहा कि यह महान पूंजी (एकता) मसीहा के प्रकट होने के लिए सबसे अहम तैयारी है।
उन्होंने यह बात तब कही जब उन्होंने तबरीज़ (तबरीज़) के एक मस्जिद में नमाज पढ़ाई और लोगों को संबोधित किया।
उन्होंने इस्लामिक गणराज्य की भूमिका को इस्लाम की प्रतिष्ठा और मुस्लिम समुदाय की जागरूकता में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आज विश्व में इस्लाम की गूँज इसी शासन की बदौलत और इमाम खुमैनी (रह.) की मेहनतों का नतीजा है, और यह रास्ता क़ायम है क्योंकि उसका नेतृत्व उच्च धार्मिक नेता आयतुल्लाह खामेनेई कर रहे हैं।
उन्होंने एकता और एक दूसरे के साथ मिलजुलकर काम करने को इमाम ए ज़माना के प्रकट होने की सबसे बड़ी शर्त बताया। दुश्मन इस अमूल्य खजाने को तोड़ने की कोशिश कर रहा हैं।लेकिन लोगों की बसीत और वलीयत के प्रति दृढ़ता से ये साजिशें नाकाम होंगी।
उन्होंने हाल के घटनाओं में सशस्त्र बलों के बलिदान की भी सराहना की, जिनके साहस, आस्था और कड़ा नेतृत्व के प्रति वफादारी ने दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम किया। यह ताकत राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी है।
अंत में, उन्होंने लोगों से धैर्य और इमाम ए ज़माना के आने की उम्मीद को बनाए रखने का आह्वान किया, कहा कि मसीहा के अनुयायी एकजुट और दूरदर्शी होंगे और वलीयत का पालन करके प्रकट होने की तैयारी करेंगे।
आपकी टिप्पणी