बुधवार 3 सितंबर 2025 - 12:45
इत्तेहाद और बसीरत इमाम ए ज़माना के ज़ुहूर होने की तैयारी के लिए मुख्य चाबी हैं

हौज़ा / पूर्वी अज़रबाइजान में नमाइंदे वली ए फकीह ने कहां, दुश्मन मुसलमानों की एकता को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा हैं, लेकिन लोगों की बसीत और वलीयत के प्रति वफादारी इन साजिशों को रोकने में एक मजबूत किला है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,पूर्वी आज़रबाइजान में वली ए फकीह के प्रतिनिधि ने कहां, दुश्मन मुसलमानों की एकता को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहा हैं, लेकिन लोगों की बसीत और वलीयत के प्रति वफादारी इन साजिशों को रोकने में एक मजबूत किला है। उन्होंने कहा कि यह महान पूंजी (एकता) मसीहा के ज़ुहूर होने के लिए सबसे अहम तैयारी है।

उन्होंने यह बात तबरीज़ की एक मस्जिद में नमाज पढ़ाने और लोगों को संबोधित करने के दौरान कही।

उन्होंने इस्लामिक गणराज्य की भूमिका को इस्लाम की प्रतिष्ठा और मुस्लिम समुदाय की जागरूकता में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि आज विश्व में इस्लाम की गूँज इसी शासन की बदौलत और इमाम खुमैनी (र) की मेहनतों का नतीजा है, और यह रास्ता क़ायम है क्योंकि उसका नेतृत्व आयतुल्लाह खामेनेई कर रहे हैं।

उन्होंने एकता और एक दूसरे के साथ मिलजुलकर काम करने को इमाम ए ज़माना के ज़ुहूर होने की सबसे बड़ी शर्त बताया। दुश्मन इस अमूल्य खजाने को तोड़ने की कोशिश कर रहा हैं। लेकिन लोगों की बसीरत और विलायत के प्रति दृढ़ता से ये साजिशें नाकाम होंगी।

उन्होंने हाल के घटनाओं में सशस्त्र बलों के बलिदान की भी सराहना की, जिनके साहस, आस्था और कड़ा नेतृत्व के प्रति वफादारी ने दुश्मनों के मंसूबों को नाकाम किया। यह ताकत राष्ट्र की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी है।

अंत में, उन्होंने लोगों से धैर्य और इमाम ए ज़माना के आने की उम्मीद को बनाए रखने का आह्वान किया, कहा कि मसीहा के अनुयायी एकजुट और दूरदर्शी होंगे और विलायत का पालन करकेज़ुहूर की तैयारी करेंगे।

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