۱۵ تیر ۱۴۰۳ |۲۸ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 5, 2024
समाचार कोड: 367615
14 अप्रैल 2021 - 13:22
रमज़ान की पहली दुआ

हौज़ा / खुदाया! मेरा रोजा उस दिन मे रोजेदारो के रोजे की तरह करार दे और मेरी नमाज़ नमाज़ गुज़ारो की नमाज की तरह क़रार दे।  

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, रमज़ान के पहले दिन की दुआ इस प्रकार हैं।

بسم اللہ الرحمن الرحيم

اَلَّلہُمَّ اجْعَلْ صِيامي فيہِ صِيامَ الصَّائِمينَ وَ قِيامي فيہِ قِيامَ الْقائِمينَ وَ نَبِّہْنى فيہِ عَنْ نَوْمَۃِ الْغافِلينَ وَہَبْ لى جُرْمي فيہِ يا اِلہَ الْعالَمينَ وَ اعْف ُعَنّي يا عافِياً عَنِ الْمُجْرِمينَ.

बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्राहीम

अल्लाहुम्मजअल सियामी फीहे सियामस्सायमीना वा क़ियामी फी क़ियामल क़ायमीना वा नब्बेहनी फीहे अन नौमातिल ग़ाफ़ेलीना वा हब ली जुरमि फीहे या इलाहल आलामीना वाफो अन्नी या आफियन अनिल मुजरेमीना

खुदाए रहमान व रहीम के नाम से

खुदाया! मेरा रोजा उस दिन मे रोजेदारो के रोजे की तरह करार दे और मेरी नमाज़ नमाज़ गुज़ारो की नमाज की तरह क़रार दे और मुझे ग़ाफिलो की नींद से होशयार कर दे, और मेरे गुनाहो को बख़्श दे ऐ आलामीन के माबूद और मुझे माफ कर दे ए गुनाहगारो को माफ करने वाले।

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