गुरुवार 22 अप्रैल 2021 - 15:25
यूपी शिया वक्फ बोर्ड चुनाव, तथाकथित मुतावल्लियो का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाना चाहिए, अल-अज़्म इल्मी और सक़ाफ़ती मरकज़ क़ुम

हौजा / हम वक़्फ़ बोर्ड के हालिया चुनावों में अल्लाह की किताब की प्रामाणिकता के विरुद्ध बात करने वाले मलऊन के पक्ष में इन तथाकथित मुतावल्लियो द्वारा राय के अधिकार के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करते हैं। देश के जागरूक लोगों से इन शापित (मलऊन) लोगों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का आग्रह करते है, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण समय में, हलमिन की आवाज को ना सुन कर उस आवाज का जवाब दिया जो यज़ीदीवाद का आह्वान कर रही थी। जल्द ही वे अपने कार्यों के परिणाम देखेंगे। 

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अल-अज़्म इल्मी और सक़ाफ़ती मरकज़ क़ुम के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश के शिया वक़्फ बोर्ड के हालिया चुनावों में दुसाहसि वसीम रिज़वी के पक्ष में इन तथाकथित मुतावल्लियो द्वारा राय के अधिकार के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की। जागरूक लोगों के विभिन्न वर्गों से इन मलऊनो का पूरी तरह से बहिष्कार करने की अपील की है।

कथन का पूरा पाठ इस प्रकार है:

बेइस्मेहि सुबहानहू

क़ालल हुसैन (अ.स.) 

इन्नन नासा अबीदुद्दुनिया वद्दीनुल लाकुन अला अलसिनातेहिम यहूतूनहूं मा दर्रत मआएशोहुम फ़ाऐजा मोहहिसू बिल बलाए क़ल्लद्दय्यानूना (तोहफुल उक़ूल भाग 1. पेज 245)

अनुवाद: वास्तव में, लोग दुनिया के गुलाम हैं, और धर्म उनके लिए केवल जबान का लक़लक़ा है , ये लोग उस समय तक धर्म का उच्चारण जबान पर करते है जब तक उनकी अर्थव्यवस्था चलती है जब उन्हे मैदाने इमतेहान मे लाया जाता है तो धार्मिक कम हो जातै है।

अफसोस ! एक बार फिर, धर्मनिरपेक्षवादियों ने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी के साथ नहीं है। किताबे खुदा के अपमान का गंभीर अपराध के साथ अनगिनत काली कुरतूतो की अनदेखी करते हुए एक अत्याचारी और अज्ञानी व्यक्ति का समर्थन वही कर सकता है जिसका विश्वास अल्लाह और आखेरत से उठ गया हो जो  मौखिक स्वाद से अधिक धर्म को महत्व नहीं देता।

हम वक्फ बोर्ड के हालिया चुनावों में इन तथाकथित मुतावल्लियो द्वारा राय के अधिकार के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करते हैं। देश के जागरूक लोगों से इन शापित (मलऊन) लोगों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का आग्रह करते है, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण समय में, हलमिन की आवाज को ना सुन कर उस आवाज का जवाब दिया जो यज़ीदीवाद का आह्वान कर रही थी। जल्द ही वे अपने कार्यों के परिणाम देखेंगे। 

अल्लाह का फरमान है वास्तव में, जिन लोगो ने हमारी आयतो का इंकार किया हम उन्हे आग मे भून देंगें और जब एक खाल पक जाएगी तो दूसरी बदल देंगे ताकि पीड़ा का स्वाद चखते रहें खुदा सब पर ग़ालिब और साहिबे हिकमत है।

अल अज़्म इल्मी और सकाफती मरकज के सदस्य

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha