हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, "क़ुद्स शरीफ़" नाम के सेमिनार के दूसरे दिन की शुरुआत ईरानी संसद के अध्यक्ष डॉ. क़ालिबाफ़ के संदेश के साथ हुई। उसके बाद फिलिस्तीन और क़ुद्स की मुक्ति के मुद्दे पर इस्लामी दुनिया के 5 से अधिक विद्वानों और सामाजिक हस्तियों ने बात की। कुछ महत्वपूर्ण हस्तियों के नाम इस प्रकार हैं:
इस्लामिक धर्मों की विश्व सभा के महासचिव हुज्जत-उल-इस्लाम वल मुस्लेमीन हमीद शहरयारी।
लेबनान एसोसिएशन ऑफ उलेमा के प्रमुख शेख माहिर हम्मूद।
मलेशिया में फिलिस्तीन सांस्कृतिक केंद्र के प्रमुख, डॉ. मुस्लिम इमरान।
डॉ. अब्दुल सलाम मुहम्मद।
सीरिया के धार्मिक विद्वान शेख नबील अल-हल्बावी।
कुवैत मे इस्लामी एकजुटता परिषद के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन हुसैन मातूक़।
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग विश्वविद्यालय के लेखक प्रोफेसर हारून अजीज।
भारत के शहर जयपुर के अमीरे जमात मौलाना अहमद वकार खान।
प्रसिद्ध ट्यूनीशियाई लेखक और इस्लामी विचारक डॉ. मुहम्मद सईद तेजानी।
यह याद किया जा सकता है कि कुद्स शरीफ पर दूसरा अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार फारसी, अरबी और अंग्रेजी में आयोजित किया गया था। ईरान के कुछ घरेलू चैनलों के अलावा कुछ विदेशी चैनलों पर भी इसे लाइव दिखाया गया।