हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, नजफ अशरफ / सोमवार 22 मार्च 2021 को सुबह 10:00 बजे नजफ अशरफ, इराक में इमाम खुमैनी मदरसा में शाबान महीने इमाम हुसैन (अ.स.), जनाबे अब्बास (अ.स.) और इमामे सज्जाद (अ.स.) के जन्म दिन के उपलक्ष मे एक भव्य समारोह आयोजित किया गया था।
इसकी शुरुआत कारी मुहम्मद हुसैन खवारी ने पवित्र कुरान की आयतो से की। इस्लामी क्रांति के नेता सैयद अली ख़ामेनेई के प्रतिनिधि आयतुल्लाह सैयद मुजतबा हुसैनी और इराक के प्रसिद्ध वक्ता और बगदाद के इमामे जुमा सैयद यासीन मुसवी और हौजा इल्मिया नजफ अशरफ के शिक्षक मौलाना शेख जमील रबी ने अपने बयानों से छात्रों और दर्शकों को लाभान्वित किया और इमाम ज़मान की अंतिम अभिव्यक्ति का वर्णन करते हुए हमारी जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि इस्लाम विरोधी ताकतें भी आखिरी इमाम का इंतजार कर रही हैं और युद्ध की तैयारी कर रही हैं। हम शियाओं को भी जागना चाहिए और तैयारी शुरू करनी चाहिए ताकि इमाम का ज़हूर जल्द हो सके और साथ ही हमें हर अवसर पर ज़हूर के लिए दुआ करनी चाहिए।
उसके बाद, प्रसिद्ध इराकी कवि मैहर शिबली ने अपने अशआर के माध्यम से इमाम की सेवा में नजराना पेश किया।
इसी के मदरस-ए-इमाम के कुछ छात्रों को आयतुल्लाह सैय्यद मुजतबा हुसैनी और सैय्यद यासिन अल मुसावी के हाथों से अम्मामा पेहनाया गया।