۱ آذر ۱۴۰۳ |۱۹ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 21, 2024
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अब्बासी

हौज़ा / जामेअतुल मुस्तफा स्वयं को इस्लाम धर्म का मानवीय, आध्यात्मिक और दिव्य संदेश को प्रस्तुत करने और इस्लाम का असली चेहरा उन लोगो की तुलना मे पेश करने का जिम्मेदार सझता है जो इसे विकृत करना चाहते है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जामेअतुल मुस्तफा के चांसलर हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अब्बासी ने बिंतुल हुदा कालेज के नए शैक्षणिक वर्ष के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सबसे पहले अरबाईने हुसैनी के अवसर पर शोक व्यक्त करते हुए कहा: अहलेबैत (अ.स.) की रिवायतो में हज़रत सैय्यद अल-शुहादा (अ) की ज़ियारते अरबाईन का उल्लेख ईमान वालों के पांच संकेतों में से एक के रूप में किया गया है।

उन्होंने नए शैक्षणिक वर्ष के संबंध में कहा: इस नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में, हम आशा करते हैं कि इस वर्ष, इंशाअल्लाह, हम ज्ञान के इन क्षेत्रों में सफल होंगे, तोफीक़ाते इलाही मे इज़ाफा और खुद को इस्लाम की शिक्षाओं के लिए समर्पित करेंगे। और अहलेबैत (अ.स.) के विज्ञान और घातक बीमारी विशेष रूप से कोरोना जैसी महामारी से छुटकारा पाने का वर्ष होगा।

जामेअतुल मुस्तफा के चांसलर ने शिक्षा व्यवस्था पर कोरोना के प्रभाव की ओर इशारा करते हुए कहा: इस महामारी के दौरान शिक्षा प्रणाली के दृष्टिकोण में काफी बदलाव आया है और आगे कोरोना जैसी स्थिति मे शिक्षा के क्षेत्र मे सभी संभावित क्षमताओं का उपयोग करने के तरीके तैयार किए गए हैं।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन अब्बासी ने अपने संबोधन में बिंतुल हुदा के नए और विशाल भवन का जिक्र करते हुए कहा: हमें उम्मीद है कि नए उपलब्ध संसाधन शिक्षा में और सुधार करेंगे और महिलाओं के प्रशिक्षण और धार्मिक ज्ञान के प्रसार पर इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

जामेअतुल मुस्तफा के चांसलर ने कहा: इस अंतरराष्ट्रीय मदरसा के शैक्षणिक और प्रशिक्षण वातावरण में अध्ययन करना आपके लिए सबसे अच्छे अवसरों और दिव्य आशीर्वादों में से एक है। इन अवसरों का यथासंभव वैज्ञानिक रूप से उपयोग किया जाना चाहिए क्योंकि अवसर बहुत जल्दी बीत जाते हैं।

उन्होंने कहा: "जामेअतुल मुस्तफा स्वयं को इस्लाम धर्म का मानवीय, आध्यात्मिक और दिव्य संदेश को प्रस्तुत करने और इस्लाम का असली चेहरा उन लोगो की तुलना मे पेश करने का जिम्मेदार सझता है जो इसे विकृत करना चाहते है।"

टैग्स

कमेंट

You are replying to: .