हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मजलिसे वहदते मुस्लिमीन पाकिस्तान के मुख्य प्रवक्ता अल्लामा मकसूद अली डोमकी ने मुबारकपुर शहर का तबलीगी दौरा किया,इस अवसर पर चर्चा करते हुए आल्लमा मकसूद अली ने ज्ञानधर्म के महत्त्व और स्थिति पर चर्चा की।
उन्होंने कहा,शिक्षा प्राप्त करना हर मुसलमान पुरुष और महिला पर अनिवार्य है,लेकिन दुख की बात है कि हमारे समाज के पिछड़े दिमाग के लोग लड़कियों की शिक्षा को दोषपूर्ण मानते हैं, जबकि शिक्षा नूर है और प्रकाश है,इसलिए हमें महिलाओं की शिक्षा और धार्मिक प्रशिक्षण पर ध्यान देने की ज़रूरत है,
उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में ज्ञान और धर्म की प्राप्ति पर ज़ोरदार बल दिया गया है। हमारे युवाओं को ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
उन्होंने कहा सऊदी वाली अहद सलमान बिन की ओर से धार्मिक मूल्यों पर प्रतिबंध एक निंदनीय कार्य है। सर जमीने वहीं पर अश्लीलता को बढ़ावा देना अफसोस जनक है, इस पर उलेमा की खामोशी और हैरतअंगेज है।