हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " मुस्तदरकुल वसायेल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الحسن علیه السلام
لِلدّابَّةِ عَلى صاحِبِها سِتُّ خِصالٍ : يَعلِفُها إذا نَزَلَ و يَعرِضُ عَلَيهَا الماءَ إذا مَرَّ بِهِ و لايَضرِبُها الاّ عَلى حَقٍّ وَلا يُحَمِّلُها مالا تُطيقُ و لايُكَلِّفُها مِنَ السَّيرِ إلاّ طاقَتَها و لايَقِفُ عَلَيها فُواقا
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
जानवर के उसके मालिक पर छह अधिकार हैं।
1) जब वह (सवारी वाले) हैवान से उतरे तो उसके सामने घास रखें
2) जब वह किसी ऐसी जगह से गुज़रे जहां पानी हो तो इसे पानी पिलाएं
3) बिना किसी कारण इसे ना मारे
4) इसके ताकत से ज़्यादा उस पर वज़न ना डालें
5) इसकी ताकत से ज़्यादा इसे ना चलाएं
6) दो बार दूध निकालने के दरमियान में इस पर सवार ना हो
मुस्तदरकुल वसायेल,भाग 8,पेंज 258
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