हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मजलिस-ए-वहदत मुस्लेमीन पाकिस्तान के राजनीतिक मामलों की केंद्रीय सचिव सुश्री सैयदा नरगिस सज्जाद जाफरी ने कहा कि अज़ादारी हमारा संवैधानिक और कानूनी अधिकार है और हम इसे किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ेंगे। अज़ादारी पर कोई प्रतिबंध स्वीकार नहीं किया जाएगा। दुनिया देखेगी कि पूरे पाकिस्तान में बसने वाले हुसैनी चेहलुम पर कर्बलाई जज़्बे से भरे हुए लब्बैक या हुसैन की आवाज़ों के साथ सड़कों पर उतरेंगे।
उन्होंने कहा कि दुश्मन की साजिशों को बाहर निकालकर दफना दिया जाएगा। पाकिस्तान के शिया सुन्नी लोग इमाम से प्यार करते हैं।
उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण सभाओं से हम यह साबित करेंगे कि दुनिया की कोई भी ताकत हमारे हौसले को हरा नहीं सकती, यह शांति की आवाजों से गूंजेगा।
सुश्री सैयदा नरगिस सज्जाद जाफरी ने कहा कि मैं शिया राष्ट्र के उन नेताओं को श्रद्धांजलि देती हूं जिन्होंने अपनी सूझबूझ से दुश्मन की साजिशों को नाकाम कर दिया। देश उलेमा के आदेश का इंतजार कर रहा है।