हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "ग़ेरारूल हेकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیه السلام
مِنَ الشَّقاءِ أن يَصُونَ المَرءُ دُنياهُ بِدِينِهِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम फरमाया:
बदबख्त है वह इंसान जो अपने दीन को दुनिया की रक्षा का वसीला करार दे।
ग़ेरारूल हेकम,हदीस नं.9346