हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस रिवायत को "ग़ेरारूल हेकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیر المومنین علیه السلام
حُبُّ الدُّنیا رَأسُ الفِتَنِ وأصلُ المِحَنِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
दुनिया की मोहब्बत तमाम फितनों और मुसीबतों और कठिनाइयों का स्रोत (सरचश्मा) हैं।
ग़ेरारूल हेकम, हदीस नं. ۴۸۷۰