हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इस रिवायत को "नहज़ुल फासहा" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه و آله وسلم
اِذا رَاَیْتَ مِنْ اَخیکَ ثَلاثَ خِصالٍ، فَارْجُهُ: اَلْحَیاءُ وَ الاَْمانَةُ وَ الصِّدْقُ
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
जिस दीनी भाई में यह तीन गुण पाए जाएं विनम्रता, अमानतदारी, और सच्चाई, उस पर भरोसा करो,
नहजुल फासहा, हदीस न.۲۲۵
आपकी टिप्पणी