शिया हदीस
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दिन की हदीसः
इंसान को गुनाह की तरफ खीचने वाला अमल
हौज़ा /अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने एक हदीस में ऐसे अमल के बारे में बताया है जो इंसान को गुनाह की तरफ खींचता है।
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दिन की हदीसः
क्षमा का फल
हौज़ा / अल्लाह के पैगंबर (स) ने एक रिवायत में क्षमा के फल का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
नर्क की आग से नेजात देने वाला नाम
हौज़ा/ पवित्र पैगंबर (स) ने एक हदीस में हज़रत फातिमा (स) के नाम का कारण वर्णित किया है।
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दिन की हदीसः
इमाम अली (अ) की सुखदायक सलाह
हौज़ा / हज़रत इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में किताबों के अध्ययन की सलाह दी है।
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दिन की हदीसः
अज्ञानी के मौन का फल
हौज़ा / हज़रत इमाम जवाद (अ) ने एक रिवायत में अज्ञानी की चुप्पी पर जोर दिया है।
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दिन की हदीसः
जन्म के दिन की तरह पापो से कैसे मुक्त हो
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने एक हदीस में एक बीमार व्यक्ति की मदद करने के सवाब का वर्णन किया है।
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शरई अहकामः
ऐसी हदीस बयान करने का हुक्म जिसके सही होने का यक़ीन न हो
हौज़ा / यदि वह हदीस के सही होने का उल्लेख नहीं करता है और हदीस प्रसिद्ध है, तो उसको बयान किया जा सकता है।
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दिन की हदीसः
नमाज़ की फ़ज़ीलत
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में नमाज़ की फ़ज़ीलत की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
सफ़र पर जाने से पहले क्या करें?
हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सफ़र के बारे में सलाह दी है।
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उच्चतम गुणों तक कैसे पहुँचें?
हौज़ा / अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में उच्च स्तरीय गुणों को प्राप्त करने का तरीका बताया है।
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दिन की हदीसः
जुमे के दिन की पसंदीदा इबादत
हौज़ा/ इमाम मुहम्मद बाक़िर (अ) ने जुमे की पसंदीदा इबादत को एक रिवायत में पेश किया है।
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भारत से आए सुन्नी ज़ाएरीन के कारवां ने इमाम रज़ा (अ) के हरम मे हाज़री दी
हौज़ा / भारत से सुन्नी ज़ाएरीन के एक कारवां को मशहद पहुंचने के बाद इमाम रज़ा (अ) के हरम मे ज़ियारत करने का सौभाग्य मिला।
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दिन की हदीसः
सबसे बरतर अमल
हौज़ा / पवित्र पैगंबर (स) ने एक हदीस में उल्लेख किया है कि इससे बेहतर कोई कार्य नहीं है।
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दिन की हदीसः
अल्लाह की मुक़द्दस ज़मीन कहाँ है?
हौज़ा / इमाम सज्जाद (अ) ने एक रिवायत में कर्बला की ज़मीन की महानता का वर्णन किया है।
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दिन की हदीसः
दूसरों की मदद करने और उनकी समस्याओं को हल करने का परिणाम
हौज़ा/ अल्लाह के पैग़म्बर (स) ने एक हदीस में दूसरों की मदद करने और उनकी कठिनाइयों को दूर करने के फल का वर्णन किया है।
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इमाम ज़माना (अ) के ज़ोहूर के संबंध में इमाम हुसैन (अ) का फ़रमान
हौज़ा / हज़रत इमाम हुसैन (अ) ने एक रिवायत में हज़रत वालियासर (अ) के ज़ोहूर के बारे में इशारा किया है।
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इत्रे क़ुरआनः सूर ए आले इमारन !
मनुष्य की बौद्धिक एवं व्यावहारिक प्रवृत्तियाँ उसके भाग्य को प्रभावित करती हैं
हौज़ा | मुसलमानों के लिए अन्य समाजों के साथ इस्लामी समाज के समझौतों का पालन करना अनिवार्य है। अत्यधिक कमजोरी और अक्षमता किताब के लोगों (यहूदियों) का अंतिम अंत है।
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इत्रे क़ुरआन ! सूर ए आले इमरान
अल्लाह ताला द्वारा मुसलमानों के विरुद्ध यहूदी षडयंत्र का पर्दाफ़ाश
हौज़ा | यहूदी विद्वानों ने अपने अनुयायियों को चेतावनी दी कि वे अपने सह-धर्मवादियों के अलावा किसी और पर भरोसा न करे।
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दिन की हदीसः
रजब का महीना और ईश्वरीय दया का अवतरण
हौज़ा/ पैगंबर (स) ने एक रिवायत में रजब के महीने की महानता की ओर इशारा किया है।
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दिन की हदीसः
दो प्रकार की क्रूरता जो निषिद्ध है
हौज़ा / अल्लाह के रसूल ने दो प्रकार की क्रूरता की ओर इशारा किया है जो हदीस में निषिद्ध हैं।
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दिन की हदीसः
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) की नज़र में सबसे बेहतरीन इंसान
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) ने एक रिवायत में सर्वश्रेष्ठ इंसान का परिचय दिया है।
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हदीस का संक्षिप्त विवरणः
सबसे बड़ी मुसीबत
हौज़ा | मुसीबत सिर्फ यह नहीं है कि हमसे कुछ छीन लिया गया है या हम किसी विपत्ति में फंस गए हैं। पाप को हल्के में लेने की आदत से पाप में आत्मसंतुष्टि आ जाती है, जो एक बहुत बड़ी मुसीबत है।
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दिन की हदीसः
मोमिन की दुआ का परिणाम
हौज़ा / हज़रत इमाम ज़ैन अल-आबेदीन (अ) ने एक रिवायत में मोमिन की दुआ के परिणाम का संकेत दिया है।
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महिलाओं को हज़रत ज़हरा (स) को अपना आदर्श मानना चाहिए
हौज़ा / सुश्री लश्करी ने विलायत के मुद्दे पर जोर दिया और कहा कि सभी महिलाओं को अपने जीवन के हर पल में, इबादत और हया दोनों में, हज़रत ज़हरा के उदाहरण का पालन करना चाहिए।
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दिन की हदीसः
हज़रत ज़हरा (स) को इस दुनिया में तीन पसंदीदा अमल
हौज़ा / हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) ने एक रिवायत में इस दुनिया के तीन कामों का वर्णन किया है जो उन्हें बहुत पसंद थे।
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दिन की हदीसः
अम्र बिल मारूफ़ वा नही अज़ मुनकर करने वाला वह व्यक्ति मलऊन है
हौज़ा / अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने एक हदीस में एक अम्र बिल मारूफ़ और नही अज़ मुनकर करने वाले ऐसे व्यक्ति का परिचय कराया है जो मलऊन है।
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दिन की हदीसः
सबसे ख़राब सच
हौज़ा / अमीरुल अल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक हदीस में सबसे खराब सच्चाई पेश की है।
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शरई अहकाम:
इंसान का अपने दोस्त से यह तय करना कि टेबल टेनिस में जो जीतेगा वह एक दूसरे को कोल्ड ड्रिंक पिलायेगा यह काम किस नियत के साथ हलाल हो सकता है?
हौज़ा/अगर शर्त बंदी की सूरत में ना हो तो जायज़ और हलाल हैं।
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हदीस का संक्षिप्त विवरणः
उससे प्यार की उम्मीद मत रखो / दूसरों के पास भी तुम्हारे जैसा दिल होता है
हौज़ा | कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दूसरों के प्रति द्वेष रखते हैं और दूसरों के बारे में बुरी राय रखते हैं, लेकिन फिर भी वे उम्मीद करते हैं कि दूसरे उन्हें प्यार करें और उनका सम्मान करें।