۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
مباہلہ

हौज़ा/एक दिन मामून ने इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम से कहा: मेरे लिए हज़रत अली अलैहिस्सलाम की ऐसी फज़ीलत बयान करें कि किस का ज़िक्र कुरान मज़ीद में भी हो तो इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम ने फरमाया: वह फज़ीलत की जो कुरान मजीद में मौजूद है वह आयेह मुबाहिला मैं बयान हुई है जिसमें अल्लाह ने इरशाद फरमाया है: " فَمَنْ حَاجَّکَ فِیهِ....

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम ने फरमाया, हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. मैं अपने दो बेटों इमामे हसन और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और अपनी बेटी फातिमा ज़हेरा
को मैदाने मुबाहिला में लाएं और हज़रत अली अलैहिस्सलाम को भी लाए कि इसे कुरान मज़ीद ने (नफ्स) जाने पैगंबर से ताबीर क्या है।

इस बात की पुष्टि हो गई कि हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. से कोई बरतर और बाफज़ीलत नहीं होगा,
मगर यह कि खुदा जिसे चाहे,
«قَالَ الْمَأْمُونُ یَوْماً لِلرِّضَا ع أَخْبِرْنِی بِأَکْبَرِ فَضِیلَةٍ لِأَمِیرِ الْمُؤْمِنِینَ ع یَدُلُّ عَلَیْهَا الْقُرْآنُ؟

قَالَ فَقَالَ لَهُ الرِّضَا ع فَضِیلَتُهُ فِی الْمُبَاهَلَةِ قَالَ اللَّهُ جَلَّ جَلَالُهُ «فَمَنْ حَاجَّکَ فِیهِ مِنْ بَعْدِ ما جاءَکَ مِنَ الْعِلْمِ فَقُلْ تَعالَوْا نَدْعُ أَبْناءَنا وَ أَبْناءَکُمْ وَ نِساءَنا وَ نِساءَکُمْ وَ أَنْفُسَنا وَ أَنْفُسَکُمْ ثُمَّ نَبْتَهِلْ فَنَجْعَلْ لَعْنَتَ اللَّهِ عَلَی الْکاذِبِینَ»(آل عمران/۶۱) فَدَعَا رَسُولُ اللَّهِ ص الْحَسَنَ وَ الْحُسَیْنَ ع فَکَانَا ابْنَیْهِ وَ دَعَا فَاطِمَةَ ع فَکَانَتْ فِی هَذَا الْمَوْضِعِ نِسَاءَهُ  وَ دَعَا أَمِیرَ الْمُؤْمِنِینَ ع فَکَانَ نَفْسَهُ بِحُکْمِ اللَّهِ عَزَّ وَ جَلَّ وَ قَدْ ثَبَتَ أَنَّهُ لَیْسَ أَحَدٌ مِنْ خَلْقِ اللَّهِ سُبْحَانَهُ أَجَلَّ مِنْ رَسُولِ اللَّهِ ص وَ أَفْضَلَ فَوَجَبَ أَنْ لَا یَکُونَ أَحَدٌ أَفْضَلَ مِنْ نَفْسِ رَسُولِ اللَّهِ ص بِحُکْمِ اللَّهِ عَزَّ وَ جَلَّ»
अलफोसुलुल मुख्तार,पेंज38

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