हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाह इब्राहिम रईसी ने तीर्थयात्रा पर एक सम्मेलन में, तीर्थस्थल के सभी मंत्रियों और ट्रस्टियों से ईरानी और गैर-ईरानी ज़ायरीन (तीर्थयात्रियों) के लिए ज़ियारत (तीर्थयात्रा) की सुविधा देने और यात्रा सुविधाओं सहित हवाई और जमीन के किराए को यथासंभव कम करने का आग्रह किया।
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि इस वर्तमान समय की कठिनाइयों में हरमे अहलेबैत तक पहुंच कर ज़ियारत करने से लोगों को मन की शांति महसूस होती है। इसलिए, तीर्थयात्रियों को हरम-ए-अहलेबैत तक पहुंचने में सुविधा होनी चाहिए और इस परियोजना का दायरा क़ुम, मशहद और शिराज तक बढ़ाया जाना चाहिए। सम्मेलन में ईरानी राष्ट्रपति, हरम ए इमाम रज़ा के मुतावल्ली, हरम ए बीबी मासूमा क़ुम के मुतावल्ली, रेल मंत्री, सड़क मंत्री, पर्यटन मंत्री सहित सभी संबंधित हितधारकों ने भाग लिया।