हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को " आअलामुद्दीन" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام المجتبیٰ علیه السلام
صاحِبِ النّاسَ مِثلَ ما تُحِبُّ أن يُصاحِبوكَ بِهِ
हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:
लोगों से इस तरह अच्छे अख्लाक से पेश आओ कि जैसा तुम चाहते हो कि तुम्हारे साथ बर्ताव व सुलूक किया जाए।
आअलामुद्दीन,पेंज 297
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