हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अयूनुल अखबार अलरज़ा" पुस्तक से लिया गया हैं।इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الرضا علیه السلام
مَنْ لَقِىَ فَقـيرا مُسْلِما فَسَلَّمَ عَلَيْهِ خِلافَ سـَلامِهِ عـَلَى الأَغـْنِياءِ لَقِىَ اللّهَ عَزَّوَجَلَّ يَوْمَ الْقِيامَةِ وَ هـُوَ عَلَيـْهِ غـَضـْبانٌ
हज़रत इमाम अली रज़ा अ.स. ने फरमाया:
जो आदमी किसी फकीर और गरीब मुसलमान से मुलाकात करें,और इसे इस तरह सलाम करें जो दौलतमंद या अमीर को सलाम करने के अंदाज में फर्क हो तो कयामत के दिन अल्लाह तआला उससे इस हालत में मुलाकात करेगा कि अल्लाह तआला उससे नाराज़ और ग़ज़बनाक होगा
अयूनुल अखबार अलरज़ा,भाग 2,पेंज 57