बुधवार 21 सितंबर 2022 - 16:49
कुरआन धार्मिक किताब है, गीता नहीं, इसलिए स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया गया हैं।कर्नाटक शिक्षा मंत्री

हौज़ा/बी सी नागेश: कुरआन एक धार्मिक किताब है जबकि गीता नहीं है,यह देवता की पूजा करने से किसी तरह की मज़हबी रोसुमात की बात नहीं करती हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने एक बयान में कहा कि "कुरआन एक धार्मिक किताब है जबकि गीता नहीं है,यह देवता की पूजा करने से किसी तरह की मज़हबी रोसुमात की बात नहीं करती हैं।
उन्होंने कहा कि यह नैतिक चीज है जो छात्रों को प्रेरित करती है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भी लोगों को गीता से लड़ने की प्रेरणा मिली थी,

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