हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विदेश में इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन हमास के नेता अली बरका ने बीट अल-मकदीस और अल-अक्सा मस्जिद की हाल की घटनाओं को चिंताजनक बताया और जोर दिया कि बीट अल-मकदीस एक अरब और इस्लामी बना हुआ है।
अली बरका ने कहा कि अल-कुद्स शहर में कब्जे वाले ज़ायोनी दुश्मनों द्वारा हाल ही में किए गए हमले, हिब्रू सरकार की योजना के दायरे में शहर को यहूदी बस्तियों में बदलने और शहर पर रोजाना हमला करने या ज़ायोनी झंडे लहराने और इसे विभाजित करने और इसे एक में बदलने की योजना है।
उन्होंने कहा कि हम कभी भी ज़ायोनी दुश्मन को इस पवित्र स्थान पर कब्ज़ा करने और डोम ऑफ़ द रॉक को ध्वस्त करने की अनुमति नहीं देंगे।
विदेश में हमास के नेता अली बरकाह ने कहा कि ज़ायोनी झंडा दिवस रैली तथ्यों को नहीं बदलेगी और यरुशलम एक अरब और इस्लामिक शहर बना रहेगा और अल-अक्सा मस्जिद मुसलमानों की पहली क़िबला बनी रहेगी।
उन्होंने अरब और इस्लामिक राष्ट्रों सहित दुनिया के स्वतंत्रता-प्रेमी लोगों से आह्वान किया कि वे येरुशलम और अल-अक्सा मस्जिद के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और फिलिस्तीनी महिलाओं, बच्चों के खिलाफ अत्याचारी इजरायल की दमनकारी नीतियों का पर्दाफाश करें।