हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "शरह गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال أمیرالمؤمنین علیه السلام
لا نعمة اهناء من الامن
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फरमाया:
कोई भी नेमत अमन व सुख (शांति और सद्भाव)से ज़्यादा दिलचस्प नहीं हैं।
शरह गेरारूल हिकम,भाग 6,पेंज 435