۱۱ تیر ۱۴۰۳ |۲۴ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 1, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में प्रशंसा और निन्दा करने के तरीका कि और इशारा किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال الامام العلی علیه السلام

إذا مَدَحتَ فاختَصِرْ إذا ذَمَمتَ فاقتَصِرْ

हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:


जब किसी की तारीफ (प्रशंसा) करो तो इसे मुक्तसर करो,और अगर निंदा करो तो भी कम करो
गेरारूल हिकम,
3983,3984

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