हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیه السلام
إذا مَدَحتَ فاختَصِرْ إذا ذَمَمتَ فاقتَصِرْ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जब किसी की तारीफ (प्रशंसा) करो तो इसे मुक्तसर करो,और अगर निंदा करो तो भी कम करो
गेरारूल हिकम,3983,3984