हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "शरह गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیه السلام
بِئْسَ السَّعْىُ التَّفْرِقَةُ بَيْنَ الاَْليفَيْنِ
हज़रत इमाम अली (अ.स.) ने फरमाया:
बदतरीन प्रयास दो दोस्तों के बीच जुदाई डालना हैं।
शरह गेरारूल हिकम,भाग 3,पेंज 256