۲ آذر ۱۴۰۳ |۲۰ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 22, 2024
गाज़ा

हौज़ा / मुस्लिम उलेमा और विद्वानों ने माहे रमज़ानुल मुबारक में ज़कात और सदका देखकर गाजा के पीड़ितों का समर्थन करने की गुजारिश की हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अलजज़ीरा का हवाला देते हुए मुस्लिम विद्वानों के विश्व संघ ने गाजा पट्टी के बच्चों और महिलाओं के लिए भोजन और दवा उपलब्ध कराने के लिए रमज़ान के महीने में जकात और सदक़ा के भुगतान की मांग की है।

इस्तांबुल में आयोजित इस संघ की बैठक के अंतिम बयान में मुसलमानों को रमज़ान के पवित्र महीने की सभी रातों के दौरान दुआ करने और अल्लाह से इजरायली आक्रमणकारियों की आक्रामकता को दूर करने और प्रतिरोध सेनानियों की जीत के लिए प्रार्थना करने के लिए कहा गया है। 

अपने बयान में संघ ने गाजा के कमजोर बच्चों, महिलाओं और पुरुषों का समर्थन करने के लिए अपने पिछले बयानों फतवों, व्यावहारिक प्रस्तावों और पदों पर जोर दिया साथ ही इसे इजरायली कब्जे वाली सेना के इतिहासिक अपराध और नरसंहार" की कड़ी निंदा की गई।

7 अक्टूबर से इज़राइल ने गाजा पट्टी में एक विनाशकारी युद्ध शुरु कर रखा है जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश बच्चे और महिलाएं हैं, बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया गया है और मानवीय मुसीबत पैदा हुई है। इसके कारण इस शासन पर नरसंहार के आरोप में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलाया गया।

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