۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
दुआ

हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने यह दुआ बयान फ़रमाई हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,माहे रमज़ानुल मुबारक की दुआ जो हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.ने बयान फ़रमाया हैं।

اَللّهُمَّ نَبِّهني فيہ لِبَرَكاتِ أسحارِہ وَنوِّرْ فيہ قَلْبي بِضِياءِ أنوارِہ وَخُذْ بِكُلِّ أعْضائِي إلى اتِّباعِ آثارِہ بِنُورِكَ يا مُنَوِّرَ قُلُوبِ العارفينَ..

अल्लाह हुम्मा नब्बिहनी फ़ीहि ले बरकाति असहारिह, व नव्विर फ़ीहि क़ल्बी बे ज़ियाए अनवारिह, व ख़ुज़ बे कुल्ले आज़ाई इला इत्तिबाइ आसारिह, बे नूरिका या मुनव्विरा क़ुलूबिल आरिफ़ीन (अल बलदुल अमीन, पेज 220, इब्राहिम बिन अली)

ख़ुदाया! मुझे इस महीने की सहरियों की बरकतों से आगाह कर और मेरे क़ल्ब को इस के नूरों से नूरानी फ़रमा और मेरे तमाम जिस्म के आज़ाअ व जवारेह को इस की पैरवी पर मामूर कर दे, तेरे नूर के वास्ते से, ऐ आरिफ़ों के दिलों को मुनव्वर (नूरानी) करने वाले.

अल्लाह हुम्मा स्वल्ले अला मुहम्मद व आले मुहम्मद व अज्जील फ़रजहुम.

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