हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व
-
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली रज़ाई:
इसराइल,अवाम की ईमानी ताकत के सामने कुछ भी नहीं कर सकता
हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अली रज़ाई ने कहा,इज़राईल के पास ताकत तो है लेकिन वह जनता की ईमानी शक्ति के सामने कुछ भी नहीं कर सकता।
-
दिन की हदीस:
जन्नत में मुजाहिदीन के लिए मख्सूस दरवाजा
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में जन्नत में मुजाहिदीन के मर्तबे की ओर इशारा किया है
-
दिन की हदीस:
मुजाहिदीन का अनगिनत सवाब
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में जिहाद और मुजाहिदीन के सवाब को बयांन किया है।
-
दिन की हदीस:
सच्चे और कामिल ईमान की खुसूसियत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में सच्चे और कामिल ईमान की खुसूसियत बयान फरमाई हैं।
-
दिन की हदीस:
अपनी औलाद को यह दो व्यायाम सिखाएं
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में फ़रमाया अपनी औलाद को यह दो व्यायाम सिखाएं।
-
दिन की हदीस:
नाबीना आदमी की मदद करने का सवाब
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में नाबीना आदमी की मदद करने के सवाब की ओर इशारा किया हैं।
-
दिन की हदीस:
इंसान की क़ाबिले तवज्जो हक़ीकत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में इंसान की क़ाबिले तवज्जो हक़ीकत की ओर इशारा किया हैं।
-
दिन की हदीस:
अधिकारियों की हैसियत
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में अधिकारियों के अधिकार और हैसियत को बयान फरमाया हैं।
-
दिन की हदीस:
ऐसा अमल जो अल्लाह तआला का एहतेराम शुमार होता है
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में ऐसे अमल की ओर इशारा किया है जो अल्लाह का एहतेराम शुमार होता हैं।
-
दिन की हदीस:
मज़लूम कि हिमायत का अज्र व सवाब
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में मज़लूम कि हिमायत का अज्र व सवाब बयान फरमाया हैं।
-
दिन की हदीस:
ऐसा सवाब जिसे फरिश्ते हिसाब करने से अजीज़ हैं
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में जिहाद और मुजाहिदीन के सवाब को बयांन किया है।
-
दिन की हदीस:
कर्ज़ लेने वालों को पैगंबर इस्लाम स.ल.व. के नसीहत
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में कर्ज़ लेने वालों को नसीहत फरमाई हैं।
-
दिन की हदीस:
इल्म हासिल करने वालों का मकाम
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में इल्म हासिल करने वालों के मकाम वह मंजिलात को बयान फरमाया हैं।
-
पश्चिम बंगाल: सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर ड्यूटी पर लौटे, विरोध प्रदर्शन को ٰआंशिक रूप से रोकने की घोषणा
हौज़ा / ड्यूटी पर लौटने वाले डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि ड्यूटी के दौरान उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य प्रशासन की है। यदि इस संबंध में कोई चूक हुई तो वे दोबारा सख्त कार्रवाई करेंगे।
-
दिन की हदीस:
हज़रत रसूल अल्लाह की नज़र में बा ईमान शोअरा का मकाम
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में शोअरा के मुकाम और मंजिलात को बयान फरमाया हैं।
-
दिन की हदीस:
लोगों को खाना खिलाने का तेज़ तरीन फल
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में लोगों को खाना खिलाने के सवाब की ओर इशारा किया हैं।
-
दिन की हदीस:
रिज़्क व रोज़ी में इज़ाफे का राज़
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में रिज़्क व रोज़ी में इज़ाफे के राज़ को बयांन किया हैं।
-
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.और इमाम हसन की शहादत पर जुलूस का आयोजन
हौज़ा / नौगावां सादात में रसूल अल्लाह और इमाम हसन की शहादत पर इमामबारगाह में शब्बेदारी का आयोजन किया गया जिसमे बस्ती की चारो अंजुमनों ने भाग लिया विभिन्न क्षेत्रों से आई हुई छ: अन्य अंजुमनों ने भी भाग लिया। सुबह को ताबूत व जुलूस निकाला गया।
-
हज़रत सरवरे काएनात मुहम्मदे मुस्तफ़ा स.ल.व.व. की रहरत के मौके पर संक्षिप्त परिचय
हौज़ा / हज़रत पैग़म्बर ए अकरम स.ल.व.व. की ज़िंदगी के अख़लाक़ी पहलू और आप की सीरत के अनेक पहलू के बारे में बहुत कुछ लिखा और पढ़ा जा चुका है, लेकिन आपकी ज़िंदगी का वह पहलू जिसके बारे में बहुत कम किताबों या आर्टिकल्स में मिलता है वह आप की ज़िंदगी के आख़िरी समय के हालात हैं और शायद उस समय के हालात पर कम ध्यान देने के कारण उस समय की बहुत सारी हक़ीक़तों में फेर बदल किया गया और उसके बाद इतिहास के उन हालात का सामना होता है जो पैग़म्बर ए अकरम स.ल.व.व. की वफ़ात के बाद पेश आए, इस लेख में उन्हीं कुछ अहम हक़ीक़तों की तरफ़ इशारा किया गया है।
-
दिन की हदीस:
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. की नज़र में हक़ीक़ी मुसलमान
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में हक़ीक़ी मुसलमान की पहचान बताई हैं।
-
अरबईन पर एक सवाल! मुसलमानो क्या यही अजरे रिसालत और पैरवीए अहलेबैत है?
हौज़ा / मुसलमानो से अल्लाह ने कुरान में अजरे रिसालत यानी अल्लाह ने जो कुछ अपने रसूल के जरिए मुसलमानो को नेमतें दी जन्नत का रास्ता दिखाया और इस काम केलिए जिंतनी तकलीफों को बर्दाश्त किया उसकी उजरत अल्लाह ने अपने बंदों से रसूल अल्लाह के क़राबत दारों की मोअददत मांगी। इतना ही नहीं अपनी उम्मत को कयामत तक गुमराह से बचाने और जन्नत तक आसानी से पहुंच जाने के लिए कुरान और कुरान के एक्सपर्ट और कुरान पर 100% अमल करने वाले रोल मॉडल जिनसे मोहब्बत का नाम अजरे रिसालत है उनके दामन से वाबस्ता होने और अपने उन कराबत दरों के पीछे पीछे चलने और उनसे मोहब्बत करने का हुक्म दिया था।
-
औलाद के लिए बाप की दुआ की अज़मत
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में औलाद के लिए बाप की दुआ की अज़मत की ओर इशारा किया हैं।
-
हज़रत मासूमा (स) विश्वविद्यालय की संरक्षक:
हम इस्राईली शासन से गंभीर प्रतिशोध और खून का बदला लेने की प्रतीक्षा कर रहे हैं
हौज़ा/ हज़रत मासूमा (स) विश्वविद्यालय की संरक्षक ने शहीद इस्माइल हानिया की रक्त वासना पर जोर दिया और विश्वविद्यालयों की भूमिका को अहंकार विरोधी आंदोलन और इसे एक वैश्विक संस्कृति में बदलने के रूप में वर्णित किया।
-
दिन की हदीस:
हज़रत इमाम हसन अस्कारी अलैहिस्सलाम की नज़र में दो अहम खुसूसीयत
हौज़ा / हज़रत इमाम हसन अस्कारी अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में दो अहम खुसूसीयत कि ओर इशारा फरमाया हैं।
-
शोहदा ए कर्बला में मुस्लिम बिन औसजा अलअसदी की महान कुर्बानी
हौज़ा / मुस्लिम इब्ने औसजा इब्ने सअलब, इब्ने दिद्वीन इब्ने असद इब्ने हजिमिया अबू हजल असदी सअदी, आप बड़े शरिफुन नफ्स और शरिफुल कौम थे इबादत और जुहद में दर्ज-ऐ-कमाल पर फाएज़ थे आप को सहाबी-ऐ- रसूल होने का भी शरफ हासिल था इस्लामी फुतुहात में आप ने बड़े बड़े कार नुमाया किये है 24 हिजरी में फतहे आजरबाईजान में हज़िफा यमान के हमराह जो नुमायाँ उन्होंने किया है वह तारिख में यादगार है।
-
दिन की हदीस:
कयामत के दिन तीन भाग्यशाली लोग
हौज़ा / हज़रत इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में कयामत के दिन तीन खुशकिस्मत लोगों की पहचान कराई हैं।
-
दिन की हदीस:
मोमिन को अज़ीयत देने का नतीजा
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह स.ल. ने एक रिवायत में मोमिन को अज़ीयत देने के नतीजे की ओर इशारा किया हैं।
-
आशूर के दिन न्यूयॉर्क लब्बैक या हुसैन के नारों से गुंजा
हौज़ा / आशूरा के दिन न्यूयॉर्क में बड़ी संख्या में आज़ादर एकत्रित हुए लब्बैक या हुसैन के नारों के साथ जुलूस निकाला और कर्बला के शहीदों को श्रद्धांजलि पेश की।
-
हज़रत अब्बास अलैहिस्लाम की कर्बला में शहादत
हौज़ा / हज़रत अबूल फ़ज़'लिल अब्बास अ.स. की बेहतरीन वफ़ादारी की मिसाल कर्बला में
-
अहले सुन्नत की बड़ी मोतबर हदीस की किताबों से/मोहर्रम में ग़म मनाना सुन्नत या बिदअत?
हौजा़ / मोहर्रम में कुछ लोग पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद स. के लाल इमाम हुसैन अ. की शहादत का ग़म मनाते हैं। करबला के शहीदों की याद में मजलिस बरपा करते हैं, रोते हैं पीटते हैं खाना खिलाते हैं और इमाम हुसैन (अ) और करबला वालों की याद को ताज़ा करते हैं और कोई भी ऐसा काम करने से परहेज़ करते हैं जिससे किसी भी तरह की ख़ुशी ज़ाहिर हो और कुछ लोग कहते हैं कि हमें ग़म नही मनाना चाहिए, न रोना पीटना चाहिए, न इमाम हुसैन (अ) की मजलिस करना चाहिए क्योंकि यह काम बिदअत है और इस्लाम में बिदअत जायज़ नहीं है।