हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अयातुल्ला अली खामेनेई के कुरानिक विचारों के विषय पर अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का छठा सत्र तबरीज़ विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया था, जिसमें अल-मुस्तफा सहित कई अन्य ईरानी विश्वविद्यालयों के शोधकर्ता और छात्र शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ने भाग लिया और शिक्षकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
पूर्वी अज़रबैजान में इस्लामी क्रांति के नेता के प्रतिनिधि आयतुल्लाह सय्यद अल-हाशिम ने कार्यक्रम में विशेष भाग लिया और भाषण दिया।
ईरान के ऐतिहासिक शहर तबरीज़ के इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में इमाम खामेनेई के कुरान संबंधी विचारों के विषय पर आयोजित बैठक के अंत में डॉ. हुज्जतुल इस्लाम बशवी ने विभिन्न देशों के शोधकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि आज कुरान और अहले-बैत (अ) दुनिया में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।
बैठक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज विभिन्न देशों के विद्वान विभिन्न विषयों में इस्लामी क्रांति के नेता की कुरान की शिक्षाओं और विचारों को प्रस्तुत कर रहे हैं। इसका मतलब है कि आज पवित्र कुरान के जीवनदायी संदेश पूर्व और पश्चिम तक पहुंच रहे हैं।
डॉ. बशवी ने आगे कहा कि आज हम 8 अरब लोगों को संबोधित कर रहे हैं और उन सभी का मार्गदर्शन करना हमारी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि आज एक शोधकर्ता राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शैक्षणिक सेवाएं दे सकता है, क्योंकि मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण का यह सुनहरा अवसर पहले कभी उपलब्ध नहीं था, इसलिए हमें इस अवसर का भरपूर उपयोग कर दुनिया को वक्त का इमाम बनाना चाहिए सर्वशक्तिमान के प्रकट होने की तैयारी करनी चाहिए, क्योंकि महदी का वादा किया हुआ प्रकटन निकट है। पैगम्बर साहब के अवतरण से विश्व में एक नई विश्व व्यवस्था स्थापित होगी।