हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمؤمنين عليه السلام
تَحَرِّى الصِّدْقِ وَ تَجَنُّبُ الْكَذِبِ اَجْمَلُ شيمَةٍ وَ اَفْضَلُ اَدَبٍ
हज़रत इमाम अली अ.स.ने फरमाया:
सच्चा होना,और झूठ बोलने से दूरी करना खूबसूरत तरीन अखलाक और बेहतरीन अदब हैं।
गेरारूल हिकम,हदीस नं 4488