हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمؤمنين علیه السلام
أحسَنُ الإِحسانِ مُؤاساةُ الإِخوانِ
हज़रत इमाम अली अ.स. ने फरमाया:
दीनी भाइयों के साथ सहानुभूति और हमदर्दी का व्यवहार करना सबसे अच्छी नेकी है।
गेरारूल हिकम,भाग 2,पेंज 403,हदीस नं 3023