हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईरानी संरक्षक परिषद के प्रमुख आयतुल्लाह अहमद जन्नती ने कल इमाम मुहम्मद बाक़िर के शहादत दिवस के अवसर पर इस परिषद की बैठक की शुरुआत में बोलते हुए कहा : हमें उम्मीद है कि ईश्वर हमें इस इमाम का अनुसरण करने का अवसर देगा।
उन्होंने कहा: इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) के समय में, इस्लामी भूमि बहुत विशाल हो गई थी, जिसके कारण मुसलमानों के बीच संदेह बढ़ गया था। लोगों के पास इन शंकाओं का कोई उत्तर नहीं था। इन शंकाओं का उत्तर देकर इमाम (अ) ने इस्लामी समाज को भक्ति विचलन से बचाया।
आयतुल्लाह जन्नती ने कहा: इमाम मुहम्मद बाकिर की नजर में हज का विशेष महत्व था। हज करने के लिए दुनिया के कोने-कोने से मुसलमान आते हैं और हज से मुसलमानों की अंतर्दृष्टि में वृद्धि हो सकती है।
ईरानी गार्जियन काउंसिल के प्रमुख ने इस महीने की 28 तारीख को ईरान में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के महत्व के बारे में बात करते हुए कहा: मुझे उम्मीद है कि नामांकित उम्मीदवार और उनके समर्थक कानून का पालन करते हुए सर्वोत्तम चुनाव कराएंगे। चुनाव प्रचार में इस्लामी नैतिकता चलेगी।