हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "गेरारूल हिकम" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامیرالمؤمنين علیه السلام
مَنْ أَبْصـَرَ زَلَّتـَهُ صَغُرَتُ عِنْدَهُ زَلَّةُ غـَيْرِهِ؛
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो अपनी बुराइयों और गलतियों को देखें तो दूसरों की गलतीया इस छोटी नज़र आएंगीं।
गेरारूल हिकम,भाग 5,पेज 362