हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , इज़राईली शासन ने पिछले शनिवार को सुबह की नमाज़ के दौरान गाजा के केंद्र में अलताबीन स्कूल पर बमबारी की जिसमें 100 से अधिक विस्थापित लोग मारे गए और दर्जनों अन्य फिलिस्तीनी घायल हो गए।
हमास ने घोषणा की कि इसमें एक भी हमास फौजी नहीं था शहीदों के बीच।
इजरायली सेना ने हमास सैनिकों की उपस्थिति के बहाने बार बार स्कूलों अस्पतालों पर हमला किया है लेकिन ज़्यादातर मामलों में इजरायली सेना ने कभी भी हमास सैनिकों की उपस्थिति का सबूत पेश नहीं किया है।
मदरसा अलताबीन पर बमबारी से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में आक्रोश फैल गया और कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने इन हमलों की कड़ी निंदा की हैं।
यह हमला गाजा पट्टी में ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए सबसे भयानक अपराधों में से एक है लेकिन गाजा युद्ध के दौरान इजरायली सेना ने बार बार फिलिस्तीनी बच्चों के स्कूलों को निशाना बनाया है, अल जजीरा समाचार चैनल ने गाजा में ज़ायोनी शासन के हमलों की जांच की है।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के आंकड़ों के अनुसार, 6 जुलाई तक गाजा में 564 स्कूलों को इजरायली सैन्य हमलों द्वारा क्षतिग्रस्त किया गया है।
गाजा पट्टी के उत्तर में 95 स्कूल गाजा शहर में 208, दीर अलबलाह में 70 स्कूल खान यूनिस में 125 स्कूल और राफा में 66 स्कूल इजरायली बलों द्वारा नष्ट कर दिए गया।
यूनिसेफ के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 7 अक्टूबर के बाद से स्कूलों पर इज़राईली शासन के हमले पांच गुना बढ़ गए हैं।