हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,लखनऊ: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह की शहादत से भारत में भी शोक की लहर है जहां एक ओर ताज़ियाती जलसे किए जा रहे हैं तो वहीं लोग सड़कों पर निकल इज़राइल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
जम्मू कश्मीर मेरठ के बाद लखनऊ में भी हसन नसरल्लाह की शहादत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश है। सड़कों पर हजारों का हुजूम हिजबुल्लाह ज़िंदाबाद इज़राइल मुर्दाबाद के नारे लगाता दिखा।
रविवार शाम लखनऊ छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। शिया मुसलमान ने इसराइल के प्रधानमंत्री का पोस्टर जलाकर विरोध जताया।
1 किलोमीटर लंबा कैंडल मार्च निकाला
प्रदर्शनकारी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए ब्लैक डे है। हम सभी लोग नसरल्लाह कुछ श्रद्धांजलि देने और इसराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमाम तक लगभग 1 किलोमीटर लंबा प्रदर्शन किया। नसरल्लाह हमारे बहुत मजबूत लीडर और शिया कौम के मार्गदर्शक थे।
नसरल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं जिनको बुलाया नहीं जा सकता। ISIS के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा किया था। उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया। इस पूरी घटना का जिम्मेदार इस्राइल है, वो बेगुनाहों का लहू बहा रहा है।
इस्राइल को बताया- मौत का जिम्मेदार
वहीं अन्य प्रदर्शनकरी ने बताया कि हसन नसरल्लाह की मौत का शिया समुदाय तीन दिनों तक शोक मनाएगा। आज हम लोग सड़कों पर उतर कर इस्राइल का विरोध कर रहे हैं। इजराइल का प्रधानमंत्री पीड़ितों की मदद करने वालों पर हमला कर रहा है।
हम दुनिया के 56 मुस्लिम मुल्कों से यह गुहार लगाते हैं कि एक साथ आए और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। तीन दिन तक गम मनाएंगे, अपने घरों की छतों पर काला झंडा लगाकर श्रद्धांजलि देंगे। हमारी मांग है कि इस्राइल फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों पर अपनी आक्रामकता को तत्काल रोके।