हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलकाफी" पुस्तक से लिया गया हैं इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
العَدلُ أحلى مِنَ الماءِ يُصيبُهُ الظَّمآنُ، ما أوسَعَ العَدلَ إذا عُدِلَ فيهِ و إن قَلَّ!
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
न्याय उस मीठे पानी से भी अधिक स्वादिष्ट है जो प्यासे को मिलता है। जब न्याय के साथ निर्णय लिया जाता है, तो न्याय का दायरा कितना ही बड़ा हो जाता है, चाहे वह कार्य कितना ही छोटा क्यों न हो।
अलकाफी,2/146/11