हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "अलकाफी" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है
:قال امیرالمومنین علیه السلام
اَلنَّظيفُ مِنَ الثِّيابِ يُذهِبُ الهَمَّ و َالحُزنَ وَ هُوَ طَهورٌ لِلصَّلاةِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
पवित्र लिबास( कपड़ा) ग़म और शोक को दूर करता है और नमाज़ के पाकिज़गी का सबब बनता हैं।
अलकाफी, भाग 6, पेज 444