۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
कुम

हौज़ा / जामिया अलमुदर्रिसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के संरक्षक ने कहा,मौजूदा दौर में जामेअतुज़ ज़हेरा स.ल.की संबोधित वह बच्चियां हैं जो यह महसूस करती हैं कि उनके कंधों पर मौजूद ज़िम्मेदारियों के मद्देनज़र उन्हें एक रौशन भविष्य की ज़रूरत है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,जामिया अलमुदर्रिसीन हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के संरक्षक आयतुल्लाह सैय्यद हाशिम हुसैनी बुशहरी ने जामेअतुज़ ज़हरा स.ल.की प्रशासनिक टीम, शिक्षकों और छात्राओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान हज़रत ज़हरा स. की शहादत के अवसर पर ताज़ियत पेश की और जामेअतुज़ ज़हेरा स.ल. की चालीस साल की सफलता को एक इलाही तौफीक करार दिया।

उन्होंने कहा,वह संस्थान जिसे इमाम ख़ुमैनी रह. ने अपने मुबारक हाथों से हौज़ा ए इल्मिया कुम में जामेअतुज़ ज़हरा स.ल. के नाम से स्थापित किया आज अल्हम्दुलिल्लाह, एक घने और फलदायी वृक्ष का रूप ले चुका है जो देश भर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

आयतुल्लाह हुसैनी बुशहरी ने कहा,रहबर-ए-मुआज़्ज़म आयतुल्लाह ख़ामेनेई के अलावा अन्य महत्वपूर्ण हस्तियां जैसे आयतुल्लाह फ़ाज़िल लंकरानी भी इस संस्थान को अत्यधिक महत्व देते थे और इसकी प्रशंसा करते थे।

उन्होंने जामेअतुज़ ज़हरा स.के उज्जवल भविष्य और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी उपलब्धियों को सराहते हुए कहा,जामेअतुज़-ज़हेरा (स.ल.) को आधुनिक युग की बच्चियों की शिक्षा और प्रशिक्षण को ध्यान में रखते हुए व्यापक योजना बनानी चाहिए।

साथ ही बच्चियों को शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में जिन सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उनका विश्लेषण करना चाहिए और उसमें मौजूद कमज़ोरियों को चिन्हित कर उन्हें बेहतर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।

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