हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, फलस्तीनी प्रिज़नर्स सोसाइटी ने अपने बयान में कहा है कि इज़राइल की जेलों और हिरासत केंद्रों में फलस्तीनियों के खिलाफ अत्याचार किए जा रहे हैं, जिनमें "भुखमरी, टॉर्चर, चिकित्सा लापरवाही और यौन उत्पीड़न" शामिल हैं। सोसाइटी ने यह भी बताया कि ग़ज़ा में इज़राइल के नरसंहार युद्ध की शुरुआत के बाद से लगभग 45 कैदियों ने अपनी जान गंवा दी है।
बयान में आगे कहा गया कि ग़ज़ा से हिरासत में लिए गए फलस्तीनियों को इज़राइली जेलों और हिरासत केंद्रों में अलग तरह के नरसंहार का सामना करना पड़ रहा है और उनके खिलाफ सुनियोजित तरीके से अपराध किए जा रहे हैं। पश्चिमी तट के रामल्ला में फलस्तीनियों के सहयोग के लिए बने संगठन "आदमीर" ने बताया कि फिलहाल इज़राइल के हिरासत केंद्रों में लगभग 10,200 फलस्तीनी कैदी हैं, जिनमें से 3,443 प्रशासनिक हिरासत में हैं।
प्रिज़नर्स सोसाइटी ने कहा कि इन कैदियों में से लगभग 775 बच्चे हैं। ग़ज़ा में इज़राइल के आक्रमण की शुरुआत के बाद से 136 चिकित्सा कर्मियों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 59 अभी भी हिरासत केंद्रों में हैं। संगठन ने यह भी बताया कि इज़राइल ने ग़ज़ा में अपनी आक्रमण के बाद अब तक 10,000 प्रशासनिक हिरासत आदेश जारी किए हैं, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।
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