۱۳ تیر ۱۴۰۳ |۲۶ ذیحجهٔ ۱۴۴۵ | Jul 3, 2024
ইরান থেকে পাঠানো সাহায্য গাজায় পৌঁছাতে বাধা দিচ্ছে ইসরাইল

हौज़ा / ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख का कहना कि ग़ज़ा में पीड़ित फ़िलिस्तीनियों और विस्थापितों की मदद के लिए ईरान द्वारा भेजी गई 10 हज़ार टन खाद्य सामग्री और दवाईयों में से सिर्फ़ 25 फ़ीसद को ही ग़ज़ा में प्रवेश की अनुमति दी गई है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख का कहना कि ग़ज़ा में पीड़ित फ़िलिस्तीनियों और विस्थापितों की मदद के लिए ईरान द्वारा भेजी गई 10 हज़ार टन खाद्य सामग्री और दवाईयों में से सिर्फ़ 25 फ़ीसद को ही ग़ज़ा में प्रवेश की अनुमति दी गई है।

ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख का कहना कि ग़ज़ा में पीड़ित फ़िलिस्तीनियों और विस्थापितों की मदद के लिए ईरान द्वारा भेजी गई 10 हज़ार टन खाद्य सामग्री और दवाईयों में से सिर्फ़ 25 फ़ीसद को ही ग़ज़ा में प्रवेश की अनुमति दी गई है।

इस्लामी गणतंत्र ईरान की रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख पीर हुसैन कूलीवंद ने बुधवार को कहा कि ज़ायोनी शासन ग़ज़ा में पीड़ितों तक मानवीय सहायता के मार्ग में रुकावटें डाल रहा है।

उन्होंने कहा कि वह सहायता को भी दंडात्मक कार्यवाही के रूप में उपयोग कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि ईरान ने अवैध ज़ायोनी शासन के 90 अपराधों को सूचिबद्ध किया है और इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय अदालत को एक पत्र लिखा है।

ग़ौरतलब है कि ग़ज़ा में युद्ध अपराधों और नरसंहार समेत 90 अपराधों के शिकायत पत्र पर अब तक 86 देश हस्ताक्षर कर चके हैं।

ईरान की रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रमुख ने ग़ज़ा युद्ध में फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार और मानवीय अधिकारों के हनन के विषय पर तेहरान में एक अंतरराष्ट्रीय कांफ़्रेंस आयोजित करने की घोषणा भी की।

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