हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,एक इज़रायली न्यूज़ एजेंसी ynet ने रिपोर्ट किया है कि फ्रांस ने इज़राइल पर आरोप लगाया है कि उसने हिज़्बुल्लाह के साथ युद्धविराम समझौते का 52 बार उल्लंघन किया है। इसमें शनिवार का वह हमला भी शामिल है जिसमें तीन लेबनानी नागरिक मारे गए।
इस अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, इज़रायली सेना ने अपने हमलों का बचाव करते हुए दावा किया है कि ये हमले हिज़्बुल्लाह द्वारा किए गए उल्लंघनों के जवाब में किए गए थे।
हालांकि, ynet ने फ्रांसीसी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि इज़राइल ने इन हमलों से पहले इस समझौते की निगरानी करने वाली अंतरराष्ट्रीय समिति से कोई परामर्श नहीं किया।
एक फ्रांसीसी अधिकारी ने जोर देकर कहा कि लेबनानी पक्ष युद्धविराम की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज तीन दिवसीय दौरे पर रियाद पहुंचने वाले हैं। लेबनानी अख़बार अलनहार के अनुसार, मैक्रों सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बैठक में लेबनान में युद्धविराम को स्थिर करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
अलनहार ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के सूत्रों के हवाले से यह भी बताया कि मैक्रों और बिन सलमान लेबनान के राजनीतिक संकट के समाधान के लिए कदमों पर भी बातचीत करेंगे।
उधर इज़रायली सेना के प्रवक्ता ने एक नई सूची जारी की है, जिसमें दक्षिणी लेबनान के 60 से अधिक गांवों को शामिल किया गया है। प्रवक्ता ने चेतावनी दी है कि इन क्षेत्रों के निवासियों को अभी वापस लौटने की अनुमति नहीं दी जाएगी।