हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ विकास के लक्ष्यों में योगदान देना हर देश की जिम्मेदारी है, लेकिन वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को होने वाले नुकसान के लिए विकासशील देश जिम्मेदार नहीं हैं। लेकिन विकसित देश ऐसे भी विकसित देश हैं जिन्होंने सस्ती ऊर्जा का पूरा फायदा उठाया है। गोयल ने कहा कि साझा आपूर्ति श्रृंखला और स्थिरता जिम्मेदारियों को देशों की सामूहिक लेकिन अलग-अलग जिम्मेदारियों के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर काम करना होगा लेकिन पर्यावरण के मुद्दे पर सभी को उनके योगदान के आधार पर जिम्मेदारी दी जानी चाहिए उद्घाटन बैठक में इटली, इज़राइल, भूटान, बहरीन, अल्जीरिया, नेपाल, सेनेगल, दक्षिण अफ्रीका, म्यांमार, कतर के वाणिज्य मंत्रियों और कंबोडिया के वाणिज्य विभाग के मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा और स्वस्थ विकास दुनिया की साझा जिम्मेदारी है, लेकिन वैश्विक पर्यावरण को होने वाले नुकसान के लिए दक्षिण के विकासशील देश जिम्मेदार नहीं हैं। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि भारत को देशों की मदद करनी चाहिए ग्लोबल साउथ के। गोयल ने दोस्ती और साझेदारी का आश्वासन देते हुए कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और स्वचालन रोजगार के भविष्य और बदलती नौकरी प्रोफाइल के अनुकूल होने के लिए आवश्यक कौशल को प्रभावित करेगा। प्रौद्योगिकी जीवन और आजीविका के स्वरूप को बदल देगी, लेकिन परंपरा और संस्कृति को समान रूप से संरक्षित करना होगा।