हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,अलकफ़ील का हवाले से गुरुवार को इमाम हुसैन (अ.स.) और हज़रत अब्बास (अ.स.) के पवित्र हरमों की ओर जाने वाली सड़कों और कर्बला शहर के पुराने प्रवेश द्वारों पर अंदर और बाहर से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री देखे गए। जो हज़रत ज़हरा स.ल.की शहादत के दिनों में उनसे ज़ियारत और शोक व्यक्त करने इराक़ कर्बला में आये थे।
इस अवसर पर हुसैनी और अब्बासी पवित्र तीर्थस्थलों के सेवकों ने एकजुट होकर शोक मनाया यह समारोह हज़रत अब्बास अ.स. की दरगाह के प्रांगण से शुरू हुआ और सेवकों ने दोनों हरन के बीच की दूरी को दुख और मातम के साथ तय किया जब तक कि वे इमाम हुसैन अ.स. की दरगाह तक नहीं पहुँचे और वहाँ उन्होंने दोनों जहां की महिला हज़रत ज़हरा स.ल.के लिए शोक मनाया।
हुसैनी और अब्बासी पवित्र तीर्थस्थलों ने सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करके और सुरक्षित भोजन और पीने का पानी और अन्य सेवाएं प्रदान करके तीर्थयात्रियों की जरूरतों को पूरा किया।
हज़रत ज़हरा स.ल. की शहादत के अवसर पर आस्ताने अब्बासी गेस्ट हाउस ने कर्बला के लगभग 9,000 तीर्थयात्रियों को भोजन प्रदान किए।
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