हौजा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर अंजुमन-ए-शरिया शिया के अध्यक्ष और अंजुमन-ए-बिन-उल-महब आगा के संस्थापक सैयद हसन अल-मुसावी अल-सफवी ने अपने संदेश में कहा है। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस कि हर इंसान, रंग, नस्ल, धर्म, लिंग या स्थिति से परे मानवाधिकार रखता है, इस्लाम धर्म मानवाधिकारों का सबसे बड़ा वाहक है।
उन्होंने आगे कहा कि मानवाधिकारों का सम्मान समाज के विकास और समृद्धि की आधारशिला है। इस दिन को मनाना मानवाधिकारों की याद दिलाता है, ताकि किसी भी व्यक्ति पर अत्याचार न हो, लेकिन फिलिस्तीन, गाजा में ज़ायोनी शक्तियां इस दिन को मनाती हैं। लेबनान पर अपना दमनकारी नियंत्रण बनाए रखना।
श्री हसन सफ़वी ने आगे कहा कि हम एक ऐसा समाज बनाना चाहते हैं जहाँ हर नागरिक को समान अवसर, न्याय और सम्मान मिले, मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए समाज में प्रेम, सम्मान और सहिष्णुता को बढ़ावा दें, यही समृद्धि का रास्ता है और यही विश्व अधिकार दिवस मनाने का उद्देश्य है।
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