हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, क़ुम में हौज़ा ए इल्मिया के उलमा और इंक़लाबी लोगो की तरफ़ से रहबर ए मुअज़्ज़म के हकीमाना बयानों और प्रतिरोध मोर्चा के समर्थन में एक बड़ा इज्तिमा मंगलवार, 17 दिसंबर को हरम ए मुतहर हज़रत मासूमा स.अ. में आयोजित होगा। इस आयोजन का इंतज़ाम क़ुम के हौज़ा-ए-इल्मिया के उच्च संस्थानों द्वारा किया जा रहा है।
जामेआ ए मुदर्रिसीन हौज़ा-ए-इल्मिया क़ुम हौज़ा-ए-इल्मिया की सुप्रीम काउंसिल और केंद्र प्रबंधन हौज़ा ए इल्मिया हरम-ए-हज़रत फ़ातेमा मासूमा स.अ. और अन्य हौज़वी संस्थाओं ने क़ुम के उलमा और इंक़लाबी जनता से अपील की है कि वे 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे, सबिस्तान-ए-इमाम ख़ुमैनी र.अ. हरम-ए-मुतहर हज़रत मासूमा स.अ. में होने वाले इस इज्तिमा में भाग लें।
इंक़लाबी उलमा और जागरूक जनता को संबोधित करते हुए कहा गया है कि मौजूदा हालात में जब वैश्विक साम्राज्यवादी ताकतें ज़ायोनी शक्तियां और उनके एजेंट उम्मत-ए-मुस्लिमा की मजबूती को तोड़ने की कोशिश कर रहा हैं।
इस्लामी क्रांति का परचम रहबर-ए-मुअज़्ज़म आयतुल्लाहिल उज़मा इमाम ख़ामनेई की क़ियादत में पहले से भी ऊंचा लहरा रहा है। प्रतिरोध मोर्चा उनकी बहादुर और बुद्धिमान नेतृत्व में दुश्मनों के ज़ुल्म के सामने एक फ़ौलादी दीवार की तरह खड़ा है।
बयान में आगे कहा गया है कि ग़ज़्ज़ा, क़ुद्स शरीफ, दमिश्क, सना और दक्षिणी लेबनान के मोर्चों पर इस्लाम के मुजाहिदीन ज़ुल्म और उत्पीड़न के खिलाफ डटे हुए हैं और अपने खून से उम्मत-ए-मुस्लिमा की आज़ादी और सम्मान के दीप जलाए रखे हैं।
यह संघर्ष वही रास्ता है जो इमाम ख़ुमैनी र.अ.ने दिखाया और जिसे रहबर-ए-मुअज़्ज़म ने हिकमत और मज़बूती के साथ जारी रखा हुआ है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर जनता और उलमा से अपील की जाती है कि वे इस सभा में शामिल होकर प्रतिरोध मोर्चा के उद्देश्यों का समर्थन करें और दुनिया को यह संदेश दें कि यह क़ौम वैश्विक साम्राज्यवाद के खिलाफ संघर्ष की अलमबरदार है।
समय: मंगलवार, 17 दिसंबर, सुबह 10 बजे
स्थान: शबिस्तान-ए-इमाम ख़ुमैनी र.अ. हरम-ए-मुतहर हज़रत मासूमा स.अ.
आयोजक:
जामेआ-ए-मुदर्रिसीन हौज़ा-ए-इल्मिया क़ुम
सुप्रीम काउंसिल और केंद्र प्रबंधन हौज़ा-ए-इल्मिया
प्रशासन हरम-ए-हज़रत फ़ातेमा मासूमा स.अ.
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