हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) के जन्म के अवसर पर 1 रजब अल मुरज्जब 1446 हिजरी को नागपुर में एक भव्य और आध्यात्मिक उत्सव आयोजित किया गया था। नागपुर में किया गया समारोह की अध्यक्षता हुज्जतुल इस्लाम अंसार अली हिंदी ने की जबकि प्रबंधन का दायित्व कॉमिटी न्यूज चैनल के सुप्रसिद्ध व्यक्तित्व श्री सुल्तान अली करबलाई ने निभाया।
समारोह की शुरुआत मदरसे के छात्र श्री मुहम्मद रज़ा द्वारा पवित्र कुरान के पाठ से हुई, जिसके बाद श्री उलमादार हुसैन रजब अली को नात पढ़ने का सम्मान मिला।
समारोह में श्री हैदर अली मुमताज, खुर्शीद अली खुर्शीद, सैयद हसन जैदी, सादिकिन हैदर, आबिदीन हैदर, शेर अली सुल्तान अली करबलाई, मास्टर अज़हर हुसैन अज़हर करबलाई, मौलाना फ़ैयाज़ हुसैन करबलाई और मौलाना तकी असगर हिंदी सहित प्रसिद्ध कसीदा वाचक उपस्थित थे। , श्लोक का अनुवाद इस प्रकार है:
"आज शहरे इल्म में जश्ने विला बाकिर का है"
हुज्जतुल इस्लाम अंसार अली हिंदी ने अपने भाषण में इमाम मुहम्मद बाकिर (अ) के अच्छे जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के युग में इमाम की शिक्षाओं का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि एक नेक और अनुकरणीय समाज की स्थापना की जा सके।
कार्यक्रम में नागपुर से मौलाना गुलाम हसनैन ने विशेष तौर पर हिस्सा लिया। यह आध्यात्मिक जलसा मौलाना मुसौफ़ की दुआ के साथ समाप्त हुआ।
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