सोमवार 6 जनवरी 2025 - 12:30
तकफीर और सेक्युलरिज़्म दुश्मनों के हाथों में मौजूद एक ही तलवार के दो धार हैं

हौज़ा / ईरान के शहर पावा में इदारह ए तबलीग़ात ए इस्लामी के संरक्षक हुज्जतुल इस्लाम मुर्हरम अली चिराग़ी ने कहा,तकफीर और सेक्युलरिज़्म इस्लाम के दुश्मनों के हाथों में एक ही तलवार की दो धारें हैं जिनके ज़रिए वे इस्लामी देशों और मुसलमानों पर काबू पाना चाहते हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार ,शहर पावा में इदारह ए-तबलीग़ात-ए-इस्लामी के संरक्षक, हज़रत हुज्जतुल इस्लाम मुर्हरम अली चिराग़ी ने सरदार हाजी कासिम सुलेमानी की शहादत की बरसी के अवसर पर आयोजित मजलिस-ए-अज़ा को संबोधित करते हुए कहा, शहीद सुलेमानी की शख्सियत और उनकी इस्लामी दुनिया के लिए महान सेवाएँ अविस्मरणीय हैं।

उन्होंने कहा,तकफीर मुसलमानों के बीच फूट और खूनी युद्धों का सबसे बड़ा कारण है, जिसके जरिए वैश्विक साम्राज्यवाद इस्लामी देशों पर नियंत्रण करता है।

आज इस्लाम के दुश्मन मुसलमानों को आपस में लड़ाने और दुनिया को इस्लाम और हज़रत मुहम्मद (सल्ल.) के बारे में ग़लतफहमियां पैदा करने के लिए भारी आर्थिक संसाधन खर्च कर इस शैतानी विचारधारा को फैला रहे हैं।

रहबर-ए-मुअज़्ज़म-ए-इंक़लाब (आयतुल्लाह खामेनेई) की नेतृत्व में प्रतिरोध आंदोलनों को एकजुट किया और इस्लाम के दुश्मनों की नापाक योजनाओं को नाकाम बनाया।

उन्होंने सीरिया की स्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा,अमेरिका ने अपने तकफीरी एजेंटों की विफलता के बाद सीरिया में अपनी रणनीति में बाहरी बदलाव किया और तकफीरियों की बर्बरता को नरम दिखाने की कोशिश की ताकि मुसलमानों को धोखा दिया जा सके।

मुसलमानों को इस अचानक बदलाव को समझना चाहिए कि तकफीर और सेक्युलरिज़्म दुश्मनों के हाथों में एक ही तलवार की दो धारें हैं, जिनके जरिए वे इस्लामी देशों और उम्मतों पर नियंत्रण पाने की कोशिश कर रहे हैं।

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