लेखकः डॉ ज़ुल्फ़ुक़ार अली नागपुरी
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी अली वह महान हस्ती हैं जिनकी पैदाइश, जीवन और शहादत सभी चमत्कारों से भरे हुए हैं। उनका नाम उस व्यक्तित्व से जुड़ा हुआ है, जो सोच और विचार से भी परे है, जिनके अस्तित्व के सामने सात आसमान भी झुक जाएं। वह ज्ञान और समझ के महासागर हैं, जिनके दरवाजे पर हमेशा हकीकत और हिकमत के समंदर हिलोरें मारते हैं। अली वह शख्स हैं जिन्होंने अज्ञानता के अंधकार को ज्ञान की रोशनी से प्रकाशित किया। वह ऐसे व्यक्ति हैं जो ईश्वर की शानदार विशेषताओं के आईने के रूप में प्रस्तुत होते हैं, और जिनके हाथों में दुश्मनों के खिलाफ ज़ुल्फ़िकार तलवार होती है।
अली के बारे में लिखी गई बातों में यह उल्लेख है कि उनकी जन्मी हुई घटना भी एक चमत्कार थी। जब अली की मां फातिमा बिन्त असद उनके जन्म के समय काबा की ओर जा रही थीं, तो उन्होंने अल्लाह से दुआ की कि वह उनका और उनके बच्चे का जन्म आसान बना दे। इस समय काबा की दीवार फट गई और फातिमा बिन्त असद उसके अंदर चली गईं। तीन दिन बाद वह बाहर आईं और उनके हाथों में अली थे, और अल्लाह ने उन्हें नाम लेने की प्रेरणा दी। यह अली की जन्म की एक चमत्कारी घटना थी।
अली की जिंदगी की विशेषताएँ भी अद्भुत हैं। वह हमेशा पैगंबर मुहम्मद के पास रहते, उनके साथ हर कठिनाई में शरीक होते और हमेशा सही मार्ग पर चलते थे। उन्होंने कई लड़ाइयों में भाग लिया और अपनी वीरता से इतिहास रच दिया। वह बखूबी धर्म और न्याय के साथ खड़े रहे, और उनका जीवन पूरी मानवता के लिए एक मिसाल है।
एक दिन, जब अली और एक यहूदी एक रास्ते से गुजर रहे थे और एक पानी की झील के पास पहुंचे, तो यहूदी पानी पर चलने लगा। यह देखकर अली ने उसे चुनौती दी, और फिर अली ने भी उसी पानी पर चलने का चमत्कार दिखाया। यह देखकर वह यहूदी अली की सच्चाई का कायल हो गया और उसने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया। यह घटना अली के चमत्कारी गुणों को और भी स्पष्ट करती है।
पैगंबर मुहम्मद ने भी हमेशा अली से मोहब्बत और उनके मार्गदर्शन को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर अली से प्रेम किया जाए तो सभी अच्छे कर्म मंज़ूर होते हैं, लेकिन अगर अली की ولایت को न अपनाया जाए तो व्यक्ति को बुराई का सामना करना पड़ सकता है।
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