हौज़ा न्यूज़ एजेंसी, अमरोहा इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार; इमाम अस्र (अ) के मुबारक जन्म के अवसर पर इमामिया मस्जिद में इमाम की जीवनी पर बोलते हुए शोधकर्ता डॉ. शाहवर हुसैन नकवी अमरोहवी ने कहा कि हम सब इमाम का इंतजार कर रहे हैं। हमें सबसे पहले इंतजार का मतलब समझना होगा। इंतजार का मतलब है कि इंसान अपने चरित्र का निर्माण करे, यानी इमाम की नुसरत व मदद के लिए खुद को तैयार करे। यह तभी संभव है जब इंसान गुनाहों से दूर रहे और अपने मालिक की आज्ञा का पालन करे, क्योंकि इमाम को जुबानी दावे करने वालों की जरूरत नहीं है, बल्कि ऐसे समर्थकों की जरूरत है जो हालात चाहे जैसे भी हों, अपनी दृढ़ता से डगमगाएं नहीं। इसलिए हमें खुद को परखना चाहिए कि क्या हम इस मुकाम पर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश के युवा इमाम के सिपाही हैं, उन्हें हमेशा तैयार रहना चाहिए और ऐसा समाज बनाने की कोशिश करनी चाहिए जो इमाम के उदय के अनुकूल हो, क्योंकि इमाम हमें देख रहे हैं; हम इमाम की नज़रों से छुपे नहीं हैं, हमारा हर काम उनके सामने है, वो हम पर नज़र रख रहे हैं, अगर आपकी हम पर कृपा न होती तो पता नहीं हम कब गायब हो जाते, हमारा वजूद आपकी कृपा का सबूत है।
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