शुक्रवार 21 फ़रवरी 2025 - 21:05
शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह की मौजूदगी ने इस्लाम और मुसलमानों को सम्मान दिलाया

हौज़ा/ शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह की मौजूदगी ने इस्लाम और मुसलमानों को सम्मान दिलाया। उनके सबसे महत्वपूर्ण गुणों में से एक उनकी इज़्ज़त थी। उनकी महानता का एक पहलू यह है कि वे अपने सम्मान और दृढ़ता के लिए जाने जाते थे, जो न केवल उनके अनुयायियों बल्कि उनके विरोधियों द्वारा भी सराही जाती थी।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, ईरान के माकू शहर के इमाम जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सय्यद मुहम्मद हाश्मी ने हाल ही में नमाज जुमा के खुत्बे में ख्वाजा नसीरुद्दीन तूसि का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि ख्वाजा नसीरुद्दीन तूसी ने हलाकू खान के शासनकाल में मंत्री पद संभाला और अब्बासी खलीफाओं के अन्याय का प्रतिशोध लिया। उनकी सहायता से उन्होंने अब्बासी खलीफाओं का शासन समाप्त किया, जो सदियों से चले आ रहे अत्याचारों का अंत था।

उन्होने आगे कहा कि ख्वाजा नसीरुद्दीन तूसी ने मुरागा रसदखाने का निर्माण किया, जिसमें 12 से अधिक नवीन खगोलीय उपकरण शामिल थे। यह रसदखाना मध्य युग में एक प्रमुख वैज्ञानिक केंद्र थी। उन्होंने लगभग 80 पुस्तकें और शोध पत्र विभिन्न क्षेत्रों, जैसे गणित, खगोल विज्ञान, दर्शन और सामाजिक मुद्दों पर लिखे। उनके कार्यों में त्रिकोणमिति और गोलाकार ज्यामिति के सिद्धांतों का विकास शामिल है।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सय्यद मुहम्मद हाश्मी ने अगले सप्ताह रविवार, 23 फ़रवरी को इस्लामी समुदाय की उम्मीदों के बारे में बात करते हुए कहा कि यह दिन विशेष रूप से प्रतिरोध मोर्चे के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस दिन, "सय्यद मुक़ावेमत" के नाम से मशहूर शहीद सैयद हसन नसरुल्लाह का पार्थिव शरीर हिज़्बुल्लाह और विभिन्न इस्लामी देशों के प्रतिनिधियों तथा लाखों लोगों की उपस्थिति में दफनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह की मौजूदगी ने इस्लाम और मुसलमानों को सम्मान दिलाया। उनके सबसे महत्वपूर्ण गुणों में से एक उनकी इज़्ज़त थी। इमाम जुमे ने कहा कि हमारे महान नेता ने सय्यद हसन नसरुल्लाह को "एक महान मुजाहिद, क्षेत्र में प्रतिरोध के ध्वजवाहक, धार्मिक विद्वान और एक कुशल राजनीतिक नेता" के रूप में वर्णित किया। उन्होंने यह भी कहा कि "सय्यद मुक़ावेमत केवल एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि एक विचारधारा थे, और यह विचारधारा आगे भी जारी रहेगी।"

सय्यद हसन नसरुल्लाह की लोकप्रियता और प्रभाव सीमाओं से परे फैली हुई थी, और उनकी शहादत ने इस प्रभाव को और बढ़ा दिया है। उनकी महानता का एक पहलू यह है कि वे अपने सम्मान और दृढ़ता के लिए जाने जाते थे, जो न केवल उनके अनुयायियों बल्कि उनके विरोधियों द्वारा भी सराही जाती थी।

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