हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित परंपरा "बिहार उल-अनवार" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام الصادق علیه السلام:
اِزرَعُوا و اغرِسُوا وَاللّهِ ما عَمِلَ النّاسُ عَمَلاً اَجَلَّ ولا أطيب منه
इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने फ़रमाया:
फ़सल उगाओ और पेड़ लगाओ। खुदा की कसम, इंसानों का कोई काम इससे बेहतर और पाक नहीं है।
बिहार उल अनवार: भाग 103, पेज 68
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